संज्ञा का प्रकार है- व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक, समूहवाचक, द्रव्यवाचक और प्रकृतिवाचक। इनमें के प्रतिक्रिया के उदाहरण के साथ परिभाषा की है। संज्ञा के भेद उदाहरण सहित - Sangya Ki Paribhasha, भेद, गुण, उदाहरणों, हिंदी व्याकरण में महत्त्व, वाक्य प्रयोग के बारे में यहां विस्तार से जानें! संज्ञा कहते हैं किसी व्यक्ति, वस्तु, जाति, द्रव्य, गुण, भाव, स्थान और क्रिया के नाम का बोध हो मतलब है। संज्ञा के पाँच प्रकार होते हैं - व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक, द्रव्यवाचक हिन्दी व्याकरण (Hindi Grammar) में संज्ञा (Sangya) एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। संज्ञा (Sangya) वह शब्द है जो किसी व्यक्ति (Person), वस्तु (Object), स्थान (Place), गुण (Quality), भाव (Emotion), या अवस्था (State) का बोध कराता है। इस लेख में हम संज्ञा की परिभाषा, भेद, उदाहरण और प्रयोग को विस्तार से समझेंगे।.