प्रेमानंद महाराज का जन्मस्थान कानपुर है. कानपुर देहात के सरसौल क्षेत्र के अखरी गांव में प्रेमानंद महाराज (Premanand maharaj birthplace) पैदा हुए थे. कलियुग में भगवान को पाने का सबसे सरल और प्रभावी साधन है – नाम जप। श्री हरि नाम में इतनी शक्ति है कि वह मन, शरीर और आत्मा – तीनों को ... 4. नैष्ठिक ब्रह्मचर्य और सन्यास महाराज जी ने कठोर तपस्या और नैष्ठिक ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए गंगा के घाट पर जीवन व्यतीत किया। उनके जीवन का यह चरण उनकी आध्यात्मिक चेतना को गहराई से जागृत ... प्रेमानंद महाराज हे वृंदावन येथील एक राधाकृष्ण भक्त संत आहेत. [१] त्यांचा जन्म १९७२ साली कानपूर जवळील सरसौल ब्लॉकच्या अखरी या गावात ...